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(A) चु. क्षेत्र के रूप में
(B) वैद्युत क्षेत्र के रूप में 6
(C) A व B दोनों
(D) कोई नहीं
संधारित्र विद्युत ऊर्जा उत्पन्न नहीं करता है, बल्कि इसे संग्रहित करता है।
यहाँ कुछ महत्वपूर्ण बातें हैं जो आपको जाननी चाहिए:
* संधारित्र क्या है?
* संधारित्र एक विद्युत उपकरण है जो विद्युत ऊर्जा को संग्रहित करने के लिए उपयोग किया जाता है।
* यह आमतौर पर दो धातु की प्लेटों से बना होता है जो एक विद्युतरोधी पदार्थ द्वारा अलग होती हैं।
* संधारित्र कैसे काम करता है?
* जब एक संधारित्र को एक बैटरी या अन्य वोल्टेज स्रोत से जोड़ा जाता है, तो यह आवेश को संग्रहित करता है। एक प्लेट पर धनात्मक आवेश जमा होता है और दूसरी प्लेट पर ऋणात्मक आवेश।
* यह संग्रहित आवेश एक विद्युत क्षेत्र बनाता है, जो संधारित्र में ऊर्जा के रूप में संग्रहित होता है।
* जब संधारित्र को एक परिपथ से जोड़ा जाता है, तो यह संग्रहित ऊर्जा को परिपथ में छोड़ सकता है।
* संधारित्र ऊर्जा क्यों संग्रहित करता है?
* संधारित्र विद्युत क्षेत्र में ऊर्जा संग्रहित करता है। जब संधारित्र को चार्ज किया जाता है, तो प्लेटों के बीच एक विद्युत क्षेत्र उत्पन्न होता है। यह विद्युत क्षेत्र एक प्रकार की स्थितिज ऊर्जा है।
संधारित्र का उपयोग:
* इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों में: कंप्यूटर, मोबाइल फोन, टीवी आदि में।
* फ्लैश कैमरे में: फ्लैश को चमकाने के लिए।
* मोटर वाहनों में: इग्निशन सिस्टम में।
* औद्योगिक अनुप्रयोगों में: मोटर नियंत्रण, वेल्डिंग आदि में।
निष्कर्ष:
संधारित्र विद्युत ऊर्जा उत्पन्न नहीं करता है, बल्कि इसे संग्रहित करता है। यह एक महत्वपूर्ण विद्युत घटक है जिसका उपयोग विभिन्न इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों और प्र
णालियों में किया जाता है।