यह इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग के छात्रों के लिए एक विशेष स्थान है जहाँ वे जटिल विषयों पर चर्चा कर सकते हैं, समस्याओं का समाधान कर सकते हैं, और अपने ज्ञान को बढ़ा सकते हैं। यहाँ छात्र अनुभवी लोगों से मार्गदर्शन प्राप्त कर सकते हैं, प्रश्न पूछ सकते हैं, और परीक्षाओं की तैयारी के लिए सुझाव प्राप्त कर सकते हैं। यह मंच एक सहायक समुदाय बनाने का प्रयास करता है जहाँ छात्र एक साथ सीख सकते हैं और आगे बढ़ सकते हैं।
(A) 30 PF
(C) 36,6 PF
(B) 32 PF
(D) कोई नहीं
समान्तर प्लेट संधारित्र में लगातार तीन परावैद्युत परतों के लिए धारिता की गणना
आपने जो जानकारी दी है:
* प्लेटों का क्षेत्रफल (A) = 20 cm² = 20 × 10⁻⁴ m²
* पहली परत की मोटाई (d₁) = 0.2 mm = 0.2 × 10⁻³ m
* दूसरी परत की मोटाई (d₂) = 0.3 mm = 0.3 × 10⁻³ m
* तीसरी परत की मोटाई (d₃) = 0.4 mm = 0.4 × 10⁻³ m
* (हम मान रहे हैं कि प्रत्येक परत के लिए परावैद्युतांक अलग-अलग है, जिन्हें हम क्रमशः E₁, E₂, E₃ से दर्शाते हैं)
समांतर प्लेट संधारित्र की धारिता का सूत्र:
C = (ε₀ * E * A) / d
जहाँ:
* C = धारिता (फैरड में)
* ε₀ = निर्वात की परावैद्युतांक (8.854 × 10⁻¹² F/m)
* E = परावैद्युतांक
* A = प्लेट का क्षेत्रफल (m² में)
* d = प्लेटों के बीच की दूरी (m में)
जब कई परतें हों:
जब संधारित्र में कई परतें होती हैं, तो प्रत्येक परत को एक अलग संधारित्र के रूप में माना जा सकता है जो श्रेणीक्रम में जुड़े हुए हैं। श्रेणीक्रम में जुड़े संधारित्रों के लिए कुल धारिता का व्युत्क्रम, व्यक्तिगत धारिताओं के व्युत्क्रमों के योग के बराबर होता है।
1/C = 1/C₁ + 1/C₂ + 1/C₃
जहाँ C₁, C₂, C₃ क्रमशः पहली, दूसरी और तीसरी परत की धारिताएँ हैं।
अब हम उपरोक्त सूत्रों का उपयोग करके गणना कर सकते हैं:
* प्रत्येक परत के लिए धारिता ज्ञात करें:
* C₁ = (ε₀ * E₁ * A) / d₁
* C₂ = (ε₀ * E₂ * A) / d₂
* C₃ = (ε₀ * E₃ * A) / d₃
* कुल धारिता ज्ञात करें:
* 1/C = 1/C₁ + 1/C₂ + 1/C₃
* C = 1 / (1/C₁ + 1/C₂ + 1/C₃)
अंतिम रूप से, आपको C का
मान फैरड (Farads) में प्राप्त होगा।