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(A)- c
(B)- 2c
© - 16c
(D) - 4 c
Ans - A
समान्तर प्लेट संधारित्र की धारिता में परिवर्तन
समान्तर प्लेट संधारित्र की धारिता (C) निम्न सूत्र से दी जाती है:
C = (ε₀ * A) / d
जहाँ:
* C = धारिता
* ε₀ = निर्वात की वैद्युतशीलता
* A = प्लेटों का क्षेत्रफल
* d = प्लेटों के बीच की दूरी
अब प्रश्न के अनुसार:
* प्लेट का क्षेत्रफल (A) दुगुना हो जाता है, अर्थात् नया क्षेत्रफल = 2A
* प्लेटों के बीच की दूरी (d) भी दुगुनी हो जाती है, अर्थात् नई दूरी = 2d
नई धारिता (C') ज्ञात करने के लिए सूत्र में नए मान रखने पर:
C' = (ε₀ * 2A) / (2d)
आगे हल करने पर:
C' = (ε₀ * A) / d
यह देखने में आया कि नई धारिता (C') पुरानी धारिता (C) के बराबर है।
अतः, जब समान्तर प्लेट संधारित्र का क्षेत्रफल और प्लेटों के बीच की दूरी दोनों को दुगुना कर दिया जाता है, तो संधारित्र की धारिता अपरिवर्तित रहती है।
निष्कर्ष:
समान्तर प्लेट संधारित्र की धारिता को प्रभावित करने वाले मुख्य कारक हैं:
* प्लेटों का क्षेत्रफल: क्षेत्रफल बढ़ाने पर धारिता बढ़ती है।
* प्लेटों के बीच की दूरी: दूरी बढ़ाने पर धारिता घटती है।
* प्लेटों के बीच के माध्यम का परावैद्युतांक: परावैद्युतांक बढ़ाने पर धारिता बढ़ती है।
इस प्रश्न में, क्षेत्रफल और दूरी दोनों को समान अनुपात में बदला गया है, जिसके कारण दोनों प्रभाव एक-दूसरे को निरस्त कर देते
हैं और धारिता अपरिवर्तित रहती है।