यह इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग के छात्रों के लिए एक विशेष स्थान है जहाँ वे जटिल विषयों पर चर्चा कर सकते हैं, समस्याओं का समाधान कर सकते हैं, और अपने ज्ञान को बढ़ा सकते हैं। यहाँ छात्र अनुभवी लोगों से मार्गदर्शन प्राप्त कर सकते हैं, प्रश्न पूछ सकते हैं, और परीक्षाओं की तैयारी के लिए सुझाव प्राप्त कर सकते हैं। यह मंच एक सहायक समुदाय बनाने का प्रयास करता है जहाँ छात्र एक साथ सीख सकते हैं और आगे बढ़ सकते हैं।
(A) चालक
(B) अचालक
(C) अर्द्धचालक
(D) कोई नहीं
Ans - B
परावैद्युत पदार्थ
परावैद्युत पदार्थ वे पदार्थ होते हैं जो विद्युत धारा का कुचालक होते हैं, यानी इनके अंदर से विद्युत धारा आसानी से नहीं गुजर सकती। लेकिन जब इन पदार्थों को विद्युत क्षेत्र में रखा जाता है, तो इनमें ध्रुवीकरण होता है। इसका मतलब है कि इन पदार्थ के अणुओं के धनात्मक और ऋणात्मक आवेश अलग-अलग दिशाओं में खिंच जाते हैं।
परावैद्युत पदार्थ के उदाहरण:
* कांच
* प्लास्टिक
* रबर
* हवा
* पानी (शुद्ध)
* तेल
परावैद्युत पदार्थों का उपयोग:
* संधारित्र: संधारित्र में विद्युत ऊर्जा को संचित करने के लिए परावैद्युत पदार्थ का उपयोग किया जाता है।
* विद्युत इन्सुलेशन: तारों और उपकरणों को विद्युत शॉक से बचाने के लिए परावैद्युत पदार्थों का उपयोग किया जाता है।
* माइक्रोवेव ओवन: माइक्रोवेव ओवन में भोजन को गर्म करने के लिए परावैद्युत पदार्थों का उपयोग किया जाता है।
परावैद्युत पदार्थ के गुण:
* विद्युत रोधी: विद्युत धारा का कुचालक।
* ध्रुवीकरण: विद्युत क्षेत्र में रखने पर ध्रुवीकरण होता है।
* ऊर्जा संग्रहण: संधारित्र में विद्युत ऊर्जा को संचित कर सकते हैं।
सरल शब्दों में: परावैद्युत पदार्थ ऐसे पदार्थ होते हैं जो बिजली को नहीं जाने देते हैं, लेकिन बिजली के प्रभाव में आने पर इनमें कुछ खास बदलाव हो जाते हैं।