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(A) 675
(B) 3600
(C) 240
(D) 7.5
श्रेणीक्रम में जुड़े संधारित्रों का आवेश
समस्या:
दो संधारित्र, जिनमें से प्रत्येक की धारिता 9 μF है, श्रेणीक्रम में जुड़े हैं। यदि इनके सिरों पर 300V का विभवांतर लगाया जाए तो प्रत्येक संधारित्र पर आवेश कितना होगा?
हल:
जब संधारित्र श्रेणीक्रम में जुड़े होते हैं, तो प्रत्येक संधारित्र में बहने वाला आवेश समान होता है। यह इसलिए होता है क्योंकि श्रेणीक्रम में जुड़े हुए घटकों में से होकर बहने वाली धारा समान होती है।
दिया गया है:
* प्रत्येक संधारित्र की धारिता (C) = 9 μF = 9 × 10⁻⁶ F
* कुल विभवांतर (V) = 300 V
सूत्र:
* Q = CV
जहाँ:
* Q = आवेश (कूलॉम में)
* C = धारिता (फैरड में)
* V = विभवांतर (वोल्ट में)
हिसाब:
चूंकि दोनों संधारित्रों की धारिता समान है और वे श्रेणीक्रम में जुड़े हुए हैं, इसलिए प्रत्येक संधारित्र पर समान विभवांतर होगा।
* प्रत्येक संधारित्र पर विभवांतर = कुल विभवांतर / 2 = 300 V / 2 = 150 V
अब, प्रत्येक संधारित्र पर आवेश की गणना करते हैं:
* Q = C * V
* Q = 9 × 10⁻⁶ F * 150 V
* Q = 1350 × 10⁻⁶ C
* Q = 1.35 × 10⁻³ C
उत्तर:
प्रत्येक संधारित्र पर आवेश 1.35 × 10⁻³ कूलॉम होगा।
अतः, दोनों संधारित्रों
पर 1.35 मिलीकूलॉम का आवेश होगा।