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(B) Joule Meter
(A) K.V./min
(C) Coulomb Meter
(D) Newton/Kilometer
Ans- A
परावैद्युत सामर्थ्य (Die-electric strength) की इकाई वोल्ट प्रति मीटर (V/m) होती है।
स्पष्टीकरण:
* परावैद्युत सामर्थ्य किसी विद्युतरोधी पदार्थ की वह अधिकतम विद्युत क्षेत्र की तीव्रता है जिसके अंतर्गत वह बिना विद्युत विच्छेदन के रह सकता है। दूसरे शब्दों में, यह वह अधिकतम वोल्टेज है जिसे एक इंसुलेटर दो बिंदुओं के बीच लगाया जा सकता है, इससे पहले कि वह विद्युत धारा का संचालन करना शुरू कर दे और विफल हो जाए।
* वोल्ट प्रति मीटर (V/m): यह इकाई बताती है कि एक मीटर की दूरी पर दो बिंदुओं के बीच कितना वोल्टेज लगाया जा सकता है।
अन्य विकल्पों का विश्लेषण:
* (A) K.V./min: यह इकाई समय के साथ वोल्टेज में परिवर्तन को दर्शाती है, परावैद्युत सामर्थ्य से संबंधित नहीं है।
* (B) Joule Meter: यह ऊर्जा और दूरी का गुणनफल है, जो परावैद्युत सामर्थ्य से संबंधित नहीं है।
* (C) Coulomb Meter: यह विद्युत आवेश और दूरी का गुणनफल है, जो परावैद्युत सामर्थ्य से संबंधित नहीं है।
* (D) Newton/Kilometer: यह बल और दूरी का अनुपात है, जो परावैद्युत सामर्थ्य से संबंधित नहीं है।
उदाहरण:
मान लीजिए, किसी पदार्थ का परावैद्युत सामर्थ्य 3 MV/m है। इसका मतलब है कि इस पदार्थ के दो बिंदुओं के बीच एक मीटर की दूरी पर 3 मेगावोल्ट तक का वोल्टेज लगाया जा सकता है, इससे पहले कि पदार्थ विफल हो जाए।
निष्कर्ष:
परावैद्युत सामर्थ्य एक महत्वपूर्ण गुण है, खासकर इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में, क्योंकि यह निर्धारित करता है कि किसी इंसुलेटर का उपयोग कितने उच्च वोल्टेज पर किया जा सकता है।
अतः, सही उत्तर (A) K.V./min नहीं, बल्कि (V/m) वोल्ट प्रति मीटर है।