यह इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग के छात्रों के लिए एक विशेष स्थान है जहाँ वे जटिल विषयों पर चर्चा कर सकते हैं, समस्याओं का समाधान कर सकते हैं, और अपने ज्ञान को बढ़ा सकते हैं। यहाँ छात्र अनुभवी लोगों से मार्गदर्शन प्राप्त कर सकते हैं, प्रश्न पूछ सकते हैं, और परीक्षाओं की तैयारी के लिए सुझाव प्राप्त कर सकते हैं। यह मंच एक सहायक समुदाय बनाने का प्रयास करता है जहाँ छात्र एक साथ सीख सकते हैं और आगे बढ़ सकते हैं।
जब चालकों में धारा दिशा विपरीत हो तो चुम्बकीय क्षेत्र का क्या होगा।
(A) विपरीत दिशा
(B) समान दिशा
(C) लूप की तरह
(D) सहयोगी
उत्तर: (A) विपरीत दिशा
* स्पष्टीकरण: जब दो चालकों में धारा विपरीत दिशा में बहती है, तो उनके द्वारा उत्पन्न चुंबकीय क्षेत्र भी विपरीत दिशा में होते हैं। यह दाहिने हाथ के पेंच के नियम से समझा जा सकता है।
दाहिने हाथ के पेंच का नियम: यदि हम दाहिने हाथ के अंगूठे को धारा की दिशा में घुमाएं, तो उंगलियों की दिशा चुंबकीय क्षेत्र की दिशा को दर्शाएगी। जब धारा की दिशा विपरीत होती है, तो अंगूठे की दिशा भी विपरीत हो जाएगी, जिससे चुंबकीय क्षेत्र की दिशा भी विपरीत हो जाएगी।
अतिरिक्त जानकारी:
* चुंबकीय क्षेत्र की दिशा: चुंबकीय क्षेत्र की दिशा हमेशा उत्तर से दक्षिण की ओर होती है।
* चुंबकीय बल रेखाएं: चुंबकीय क्षेत्र को दर्शाने के लिए चुंबकीय बल रेखाओं का उपयोग किया जाता है। ये रेखाएं हमेशा बंद वक्र बनाती हैं और कभी भी एक दूसरे को काटती नहीं हैं।