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(A) वोल्टता
(B) धारा
(C) प्रतिबाधा
(D) धारिता
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विद्युत पारेषण में दो चालकों के मध्य दूरी निर्भर करती है
विद्युत पारेषण में दो चालकों के बीच की दूरी कई कारकों पर निर्भर करती है, जिनमें शामिल हैं:
* वोल्टेज स्तर: उच्च वोल्टेज के लिए अधिक दूरी की आवश्यकता होती है ताकि कोरोना डिस्चार्ज जैसी समस्याओं से बचा जा सके।
* धारा: अधिक धारा के लिए मोटे चालक की आवश्यकता होती है, जिसके लिए चालकों के बीच थोड़ी अधिक दूरी की आवश्यकता हो सकती है।
* आवरण: यदि चालक किसी प्रकार के आवरण से ढके हुए हैं, तो उनके बीच की दूरी कम हो सकती है।
* पर्यावरणीय कारक: तापमान, आर्द्रता, हवा की गति आदि जैसे पर्यावरणीय कारक भी चालकों के बीच की दूरी को प्रभावित करते हैं।
* सुरक्षा मानक: सुरक्षा मानकों के अनुसार, चालकों के बीच न्यूनतम दूरी निर्धारित की जाती है।
क्यों महत्वपूर्ण है चालकों के बीच की दूरी?
* कोरोना डिस्चार्ज: यदि चालकों के बीच की दूरी बहुत कम है, तो उच्च वोल्टेज पर कोरोना डिस्चार्ज हो सकता है, जिससे ऊर्जा हानि और उपकरणों को नुकसान हो सकता है।
* विद्युत चुम्बकीय हस्तक्षेप: चालकों के बीच की दूरी कम होने पर विद्युत चुम्बकीय हस्तक्षेप बढ़ सकता है, जिससे संचार उपकरणों में समस्या हो सकती है।
* सुरक्षा: चालकों के बीच पर्याप्त दूरी होने से विद्युत झटके का खतरा कम होता है।
संक्षेप में:
विद्युत पारेषण में चालकों के बीच की दूरी एक महत्वपूर्ण डिजाइन पैरामीटर है। यह कई कारकों पर निर्भर करता है और सिस्टम की दक्षता, सुरक्षा और विश्वसनीयता को प्रभावित करता है।